भटकूँ मैं तो राह दिखाती, तेरे प्यार को थोड़ा समझूँ तुमसी सीख न मुझमें माँ, संस्कार म भटकूँ मैं तो राह दिखाती, तेरे प्यार को थोड़ा समझूँ तुमसी सीख न मुझमें माँ,...
माँ होती है जिसके पास, वो दुनिया में सबसे ख़ास। माँ होती है जिसके पास, वो दुनिया में सबसे ख़ास।
माँ अगर न होती तो ये संसार न होता माँ के चरणों में ही जन्नत है यही मुकद्दर मिलती है जो एक आम इंसान क... माँ अगर न होती तो ये संसार न होता माँ के चरणों में ही जन्नत है यही मुकद्दर मिलती...
पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आओगे और पूछो पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आ...
कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं चारदीवारी कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं ...
अब सब सुन रहे हैं मुझे। अब सब सुन रहे हैं मुझे।